GGM/Vasai/09-03-24
भाई वसई से
वह एक फुटबॉल टीम के लिए खेलते हैं, लेकिन उनकी मां पिछले अनुभव के कारण इसके पक्ष में नहीं थीं। उन्होंने इस टीम के लिए खेलना जारी रखा । यह परमेश्वर की महिमा है कि उसने उसे आशीष दिया और जीत दिलाई, क्योंकि हर बार जब टीम मैच जीतती है, तो एक गोल का श्रेय उसे दिया जाता है।