GGM/Dombivali/07-04-24
बहन डोंबिवली से
उसे एक घर पसंद आया और उसने टोकन राशि का भुगतान कर दिया। कुछ दिनों बाद उसे कम पैसों में दूसरा मकान मिल गया। वह वहां टोकन का भुगतान करना चाहती थी। वह चिंतित थी कि क्या पिछला व्यक्ति टोकन राशि लौटाएगा। उसने इसे प्रार्थना में रखा। परमेश्वर की महिमा हो, उसे उस व्यक्ति से टोकन राशि वापस मिल गई।